अमीर कैसे बने ? How to Become Rich!
जिंदगी में हम सब अमीर बनना चाहते हैं। पर सभी अमीर नहीं बन पाते।
नकल कीजिये:
जी हा आज तक आपने सुना होगा कि नकल नहीं अक्ल से काम लो।
पर ये एक सच्चाई है कि जिन 5-6 लोगो के साथ हम अधिकतर वक्त गुजारते है -हम उनसे प्रभावित हो जाते है-उनकी नकल करते है -और काफी हद तक लाइफ में हमे उतना ही मिलता है। यह उसी नकल का परिणाम है कि कारपेंटर का लड़का कारपेंटर, कुम्हार का लड़का कुम्हार, ब्यापारी का लड़का ब्यापारी बनता हैं-नौकरी करने वाले लोगो की बच्चे नौकरी करते है।
दुनिया मे हमारे आस-पास अधिकतर लोग गरीब हैं। ग़रीब लोगो की नकल करके हम सिर्फ ग़रीब ही बन सकते है। यदि हम अमीर बनना चाहते हैं तो हमे अमीर लोगो के साथ वक़्त गुजरना होगा। अमीर लोगो की नकल करनी होंगी।
अमीर लोग दुनिया मे कम है। अमीर लोग दोस्त भी कम बनाते हैं।
अमीर लोग जितना महत्व पैसे को देते है उतना ही महत्व वे अपने वक्त को भी देते है। यदि आपको अमीर लोग डायरेक्ट नहीं मिल।रहे तो उन्हें किताबो में ढूंढिये। उनके बारे जानकारियां इक्कठा कीजिये। अमीर लोगों की आदतों की नकल कीजिए। उन्हें अपना दोस्त समझिए।
रांझा -रांझा करदे नी मैं आपे रांझा होयी।
हीर ना आखो कोइ।
हीर बोलती है कि रांझे के प्यार में -वो रांझा -रांझा बोलती है-रांझा -रांझा बोलते हुए -उसे लगता है कि वो भी अब रांझा ही हो गयी है। अब उसे कोइ हीर ना बुलाये।
अमीरो की आदतों का -उनकी काम का नकल कीजिये-आप भी अमीर बन जाएंगे।
समय का मैनेजमेंट औऱ 80-20 का नियम:
हमारे जीवन मे समय उतना ही हत्वपूर्ण है जितना कि पैसा और धन दौलत। यदि अमीर बनना है तो अपने समय के महत्त्व को समझे और आप ये कैलकुलेट करे कि आपके 1 घंटे समय की कितनी क़ीमत है-यह कैलकुलेशन आप वपन मासिक वेतनऔऱ उसके लिए दिए समय से निकाल सकते है। उससे कम पैसे देने वाले काम आप किसी औऱ से करा सकते हैं। अमीर बनने के लिये समय का सही प्रबंधन जरुरी हैं।
80-20 का नियम अमीर बनने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। हमारे लाइफ में 80% सफलता 20% के कामों से आती हैं। अमीर बनना है तो हमे उन कामों पर ध्यान फोकस करना चाहिए-जो वास्तव में जरूरी है ।
उदार बनिये|Helping nature:
उदार बनिये-ये लाइन धर्मिक प्रवचन जैसा है-इसका अमीर बनने से क्या रिश्ता? याद रखिये नौकरी कर आप कभी अमीर नही बन सकते। दुनिया के सभी दौलतमंद लोग ब्यापारी है-अमीर बनना है तो ब्यापार करना एक अच्छा विकल्प है। किसी की किसी भी तरह से सहायता करना एक तरह की सर्विस या प्रोडक्ट है। जब हम किसी की जरूरत को पूरा कर सकते है तो उसके बदले हम कुछ प्राप्त के सकते है। उदारता सर्विस का आधार है-यह वह संसाधन हैं जिस से कस्टमर सैटिस्फैक्शन को प्राप्त किया जा सकता है जो कि किसी भी ब्यापार में सफलता के लिए जरूरी है।
कुछ पाना है तो-कुछ करना पड़ेगा-
जी हा-लोग कहते है कि कुछ पाना है तो कुछ खोना पड़ता है।
पर अमीर लोग कहते है कि कुछ पाना है तो कुछ करना पड़ेगा। कोई ब्यापार का विचार कितना भी अच्छा हो, यदि उसे हम करेंगे नहीं तो उसका मूल्य जीरो ही रहेगा। अमीर बनने के लिए अपने विचार पर काम करना बहुत जरूरी है।
समस्या जैसी चीज अमीरो के पास नहीं होती-
अमीर लोग समस्या में संभावना देखते है। फ्री में अपने पैसे कौन देगा।
अमीर समस्या का समाधान देकर दौलत कमाते है। उनको पता होता हैं-समस्या जैसी कोई चीज होती ही नहीं। ब्यापार में इतनी समस्या होती आज टाटा-टाटा औऱ अम्बानी -अम्बानी नहीं होते।
जहाँ चाह है-वहीं राह है।