P/E ratio क्या होता है ? PE ratio का प्रयोग वैल्युएबल स्टॉक को चुनने में कैसे करें !!


P/E अनुपात- यह एक शेयर के वर्तमान मूल्य और एक शेयर से होने वाले आय का अनुपात होता है।
मान लीजिए कि शेयर A की वर्तमान कीमत 200 रुपये है, इस पर वार्षिक इनकम 10 रुपये का हुआ।शेयर का PE ratio निकलने के लिए, एक शेयर के वर्तमान मूल्य(200) को उस से प्राप्त इनकम 10 रुपये से विभाजित करेंगे। इस प्रकार इस शेयर A Ka PER (PE) ratio 20 होगा।यानी हमें 1 रुपये वार्षिक कमाने के लिए 20 रुपये लगाने होंगे।
PE ratio ka prayog वैल्युएबल इक्विटी को सेलेक्ट करने में कैसे करें?-
- साधारण शब्दो में कहे तो PE ratio कम होना चाहिए।
- Earning stocks(Stocks which pay high and regular dividend)-unka PE अनुपात 10 से 20 के बीच में होना चाहिए।
- ग्रोथ स्टॉक्स-(Stocks which reinvest their profit in expansion of their bussiness)-ऐसे शेयर को 20 से 40 तक के PE ratio तक लिया जा सकता है और इन्हें ओवर वैल्यूड शेयर नहीं समझना चाहिए।
- अधिक PE ratio का मतलब होता है कि शेयर वर्तमान समय में महंगा/overvalued hai और ऐसे शेयर को लेने से बचना चाहिए।
- यदि किसी शेयर का PE ratio नहीं दिया है तो इसका मतलब है कि कंपनी को हानि हुआ है और हमें ऐसे शेयर लेनें से बचना चाहिए।
- अलग-अलग सेक्टर का PE ratio bhi alag hota hai. हमें एक सेक्टर से संबंधित कंपनी के pe अनुपात ko aaps में compare करना चाहिए, किसी अलग सेक्टर के कंपनी से नहीं।
- कुछ सेक्टर का PE रेश्यो ज्यादा तो कुछ सेक्टर का कम होता है।
- हमें डाइवर्सिफाइड इन्वेस्टमेंट के लिए सेक्टर वाइज PE ratio ko compare kar ke valuable Stoke me निवेश करना चाहिए।
- और अधिक जानकारी के लिए नीचे विकिपीडिया के लिंक पर जा सकते है:
- https://en.m.wikipedia.org/wiki/Price%E2%80%93earnings_ratio
- हैप्पी इंवेस्टिंग…….!!!!!
- PE ratio se संबंधित या इंवेस्टिंग से संबंधित कोई और क्वेरी हो तो कॉमेंट्स करें।