जब से साहब अपना ईमान बना मोबाइल…..!!!!

इंसानो को अब 
इंसान और इंसानियत की जरूरत कहाँ है ....!!!!!
जीने के लिए 
एक मोबाइल का सहारा ही काफ़ी है ....!!!
अब तो भूलने लगे है भगवान 
ख़ुद की भी सुध नहीं 
ये मोबाइल की भक्ति 
जब से जेहन में छाई है .....!!!!
कोयल की कू-कू की किसे परी 
वो  बगीचा,  वो डगर 
वो बारिश में दौरना
 सब लगता अब बेईमानी है 
जब से साहब अपना ईमान बना मोबाइल
 बंद कमरे में ही अपना बजार, गोआ, बनारस है
 छींक से डरकर बंद कमरें में रहते है
 लगता है अब तो 
प्रगति की राह में 
करने लगे खुद से ही बेवफाई है. ...!!!!

https://gyan-vigyan.com/2022/05/shayri/

गीता और रमायन का ज्ञान. …!!!!

अब तो इंतजार का दीपक भी बुझने लगा है
 मतलब की आंधी में जीवन के पत्ते 
टूटने लगे है. ...!!!
सौदागर तो आप अच्छे थे जनाब 
पर सौदा करने लगे भावना का 
जिसे कई जन्म में ना समझ सके 
खुद पालनहार 
इसलिए आते है  हर युग देने 
गीता और रमायन का  ज्ञान. ...!!!!


https://gyan-vigyan.com/2022/05/amir-kaise-bane/


M K Mishra, 8 वी बोर्ड एग्जाम में मेरिट लिस्ट में आने के बाद 10 वी के एग्जाम में जिला में प्रथम स्थान प्राप्त किए। उसके बाद B-Tech, ECE में करने के बाद अलग-अलग संष्ठान में R&D ke कार्य में सरकारी संस्थान में लगें हुए हैं। कई सरकारी जॉब में इनका सिलेक्शन हुआ। पढ़ने और लिखने में रूचि होने के कारण इस ब्लॉग को स्टार्ट किया , जिस की हम अपने अनुभव दूसरे लोगों से शेयर कर सके और लोग हमारे अनुभव से लाभ ले सके। यदि आप भी अपने अनुभव से लोगो को गाईड करना चाहते हैं तो अपने लेख और सफलता की कहानी हमे भेजे । आप कभी भी हमसे बिना झिझक कांटेक्ट कीजिए- [email protected] दिप से दिप हम लोग मिलकर जलाएंगे ज्ञान-विज्ञान को अपना दोस्त बनाकर ज़िन्दगी का हर जंग हम लोग मुस्कुरा कर जीत जाएंगे। आपके मेल, सुझाव, विचार और लेख के इंतजार मे..............

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