Tag: Hindi poem

दिल से चाहा था, हद से ज़्यादा

दिल से चाहा था, हद से ज़्यादा प्यार किया था, खुद को तुम में पाया था पर क्या करूँ, जो प्यार था व्यापार बन गया मैंने न जाना था, कि यह प्यार था या फिर कुछ और बीते दिनों की यादें आज भी साथ हैं जब हम थे साथ, दोनों खुश थे हम फिर क्या हुआ, क्यों बिछड़ गए हम...

हिंदी में कविता, Poem से लगती है अच्छी,

हिंदी में कविता Poem से लगती है अच्छी, देशी भाषा, माँ सी बोली नहीं टिके इसके आगे Pop सिंगर की yo-yo बोली। गीत-गजल में बसता भारत हिन्द, हिंदवी की बात निराली पूरे बरात का यहाँ लोग करते है स्वागत गाकर लोक-गीत और मधुर-गाली ..!!! अभिनन्दन इस हिंदुस्तान को जहाँ कवि-कर्म है कविता जैसा गंगा जैसा दिल है बहता हर यमुना...