Tag: Hindi shayri

दिल से चाहा था, हद से ज़्यादा

दिल से चाहा था, हद से ज़्यादा प्यार किया था, खुद को तुम में पाया था पर क्या करूँ, जो प्यार था व्यापार बन गया मैंने न जाना था, कि यह प्यार था या फिर कुछ और बीते दिनों की यादें आज भी साथ हैं जब हम थे साथ, दोनों खुश थे हम फिर क्या हुआ, क्यों बिछड़ गए हम...

जब से साहब अपना ईमान बना मोबाइल…..!!!!

इंसानो को अब इंसान और इंसानियत की जरूरत कहाँ है ….!!!!! जीने के लिए एक मोबाइल का सहारा ही काफ़ी है ….!!! अब तो भूलने लगे है भगवान ख़ुद की भी सुध नहीं ये मोबाइल की भक्ति जब से जेहन में छाई है …..!!!! कोयल की कू-कू की किसे परी वो बगीचा, वो डगर वो बारिश में दौरना सब लगता...

आपकी चाहत-कविता/शायरी

तेरी चाहत में हम जब से जीने लगें नखरें बढ़े आपके और आप, और हशीन होने लगें बात यहाँ तो अच्छी थी यार पर रूठ कर चले जाना जिंदगी का जीवन से कितना है सही…..!!!!!!!

दिल को छूने वाली प्यार भरी प्रैक्टिकल शायरी| Heart touching lovely and practical shayri

बातों का चुभना किनारें का छूटना कई बाहुबलियों को डुबो दिया वो भी बिना किसी बात के ……!!!!!!! इन उम्मीदों को छोड़ना इतना आसान होता तो जिंदगी के मोती यूं ही बर्बाद ना होते जिसने किया हमें बर्बाद आज वो इस कदर आबाद ना होते. ..!!!!!!!! अपनापन किसी सर्टिफिकेट मोहताज नहीं होता दूरियों की मजबूरी में बर्बाद नहीं होता……!!!! देखा...